बीते हुए कल को भुलाना मुश्किल है, परन्तु कल की याद में आज को जीना, न केवल वर्तमान की हत्या कर देने जैसा है, बल्कि जीवन की हत्या कर देने जैसा है। ये ऐसा ही है जैसे कि जीवन को उसकी समग्रता में जीने के बजाय खंड खंड, तुकडों में जीना, फिर भी अगर कल को यादगार बनाना है तो आप उन चीजों को याद कर सकते हैं जिन्हे आप गलतियां मानते हैं और जो कि सुधारी जा सकती हैं, कुछ चीजें, जैसे आपने अपने साथ क्या किया ? हां...अपने ही साथ, दूसरे की बात महत्वहीन है। दूसरों के साथ कुछ होता ही नहीं, आप जो भी करते हैं उसका परिणाम आपको ही मिलता है।
इस लिए में कहता हूं कि आप जो कुछ भी अपने साथ करते हैं।
यदि आप अपने साथ आनंद पूर्ण और न्यायपूर्ण रहते हैं तो बाकि सब अपने आप ही ठीक होगा। और निश्चित ही आपने कुछ चीजें बहुत शानदार की होंगी, आप उनको याद रख सकते हैं इससे आपको ऊर्जा व प्रेरणा मिलती रहेगी।
तो, इस नए साल में आप यह कर सकते हैं, कि वर्तमान को आनंद पूर्ण बनाएं, अपने साथ न्याय करें, भविष्य को ईश्वर पर छोड़ दें, आपका हर दिन एक नया साल जैसा होगा, और मेरी शुभकामनाएं आपके साथ है कि ऐसा ही हो ।
और भी कुछ बातें हैं उनके विस्तार में जाना होगा...
तो इसी शुभकामना के साथ आप सभी के भीतर विराजमान परमात्मा को प्रणाम करता हूं। नमो बुद्धाय
Ravi Shakya
Music and sprituality mentor
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